Thursday 3 September 2015

इस बार महिला शक्ति सागर उमड़ के आया हड़ताल में

ट्रेड यूनियन संगठनों ने किया देश भर में सफल हड़ताल का दावा
लुधियाना: 2 सितम्बर 2015: (रेक्टर कथूरिया//जन मीडिया मंच): 
सत्ताधारी भारतीय पार्टी से सबंधित ट्रेड यूनियन भारतीय मज़दूर संगठन के अलग हो जाने के बावजूद  संयुक्त हड़ताल पूरी तरह कामयाब रही।  पंजाब में बाद दोपहर दो बजे तक कारोबार भी ठप्प रहे और आवाजायी भी। शहर के अलग अलग भागों से मज़दूर मार्च करते हुए आये और शहर के केंद्रीय स्थान बस  स्टैंड  हुए। महिलाओं की संख्या  बड़ी थी। यूँ लगता था जैसे महिलाओं  संसार वहां बस गया हो। इनमें हर उम्र की  महिलाएं थीं। महिला शक्ति के जोश का सागर सा लहरा रहा था। आज के मुख्य सम्मेलन का संदेश था कि  सरकार लोगों के गुस्से से सबक सीखे।  
इस मुख्य आयोजन की अध्यक्षता एटक के कामरेड ओम प्रकाश मेहता, सीटू के कामरेड जगदीश चंद, इंटक के कामरेड स्वर्ण सिंह और सी टी यूं के कामरेड परमजीत सिंह ने संयुक्त रूप से की। 
वक्ताओं ने क़र्ज़ के कारण बढ़ रही आत्म हत्याओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए  देश की बिगड़ी हुयी हालत की चर्चा की। पैसे  असंतुलन की चर्चा करते हुए कि 100 परिवारों के पास 22 लाख है जबकि देश की 70 फीसदी जनता हर रोज़ केवल 16 रूपये 60 पैसे पर गुज़ारा  है। देश की 30 फीसदी जनता रोटी से भी आतुर है। देश की बहुत बड़ी जन संख्या भूखी मर रही है। ऐ रैली में शर्म कानूनों की भी आलोचना की गयी। 
इस विशाल रैली में उद्द्योगिक मज़दूर, होज़री वर्क्स,रोडवेज कर्मचारी, बिजली मुलाज़िम, बीएसएनएल कर्मी, आशा वर्कर्ज, पी एस एस एफ, नगर निगम मुलाज़िम और असंगठित वर्गों जे कर्मी भी शामिल हुए। इस विशाल रैली को कामरेड  प्रसाद दुबे, बलराम, रमिंद्र सिंह, दलजीत साही, देवराज, सुदेश्वर,समर बहादुर, सुबेग सिंह, मंजीत सिंह, गुरनाम गिल, गुलज़ार गोरिया, विजय कुमार, जेवल कृष्ण, मास्टर फ़िरोज़, लड्डू शाह, कामेश्वर यादव, रमेश रतन,  रोडवेज, गुरबख्श राय,   सिंह सरहली,   ,गुरदीप सिंह कलसी और कई अन्यों  सम्बोधन किया।